स्पेन के जुमिला शहर में मुस्लिम त्योहार पर बैन – क्या है असली वजह?

स्पेन के जुमिला शहर में मुस्लिम त्योहार पर बैन – क्या है असली वजह?

मैड्रिड/जुमिला – स्पेन के मर्सिया प्रांत के छोटे से शहर जुमिला ने हाल ही में एक ऐसा फैसला लिया है जिसने पूरे देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बहस छेड़ दी है। शहर प्रशासन ने एक लोकप्रिय मुस्लिम त्योहार के आयोजन पर रोक लगा दी है। यह कदम न केवल मुस्लिम समुदाय बल्कि मानवाधिकार समूहों के बीच भी चर्चा का विषय बना हुआ है।

पृष्ठभूमि

जुमिला, जो अपनी वाइन और सांस्कृतिक विरासत के लिए मशहूर है, पिछले कुछ सालों से बढ़ते प्रवासी मुस्लिम समुदाय का घर बन गया है। यहां रमज़ान और ईद जैसे त्योहारों के साथ-साथ कई सांस्कृतिक कार्यक्रम भी मनाए जाते रहे हैं।

प्रतिबंध का आधिकारिक कारण

स्थानीय प्रशासन ने बयान जारी करते हुए कहा कि यह बैन “सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था” बनाए रखने के लिए लगाया गया है। प्रशासन के अनुसार, बड़े पैमाने पर भीड़ इकट्ठा होने से यातायात, सुरक्षा और आपातकालीन सेवाओं पर दबाव पड़ता है।

विवाद और आलोचना

  • मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और विपक्षी नेताओं का कहना है कि यह फैसला धार्मिक भेदभाव की तरफ इशारा करता है।

  • आलोचकों का मानना है कि यह कदम, बढ़ती इस्लामोफोबिया और कुछ राजनीतिक दलों की कट्टर सोच से प्रेरित है।

  • कुछ स्थानीय लोगों ने सोशल मीडिया पर लिखा कि “अगर क्रिसमस या ईस्टर जैसे ईसाई त्योहार पर बैन नहीं लगता, तो मुस्लिम त्योहार को क्यों रोका गया?”

क्या है गहरी वजह?

राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, स्पेन में दक्षिणपंथी राजनीति और इस्लामिक चरमपंथ की घटनाओं पर बढ़ती बहस ने स्थानीय प्रशासन के रुख को प्रभावित किया है। हालांकि, जुमिला में ऐसा कोई बड़ा सुरक्षा खतरा रिपोर्ट नहीं हुआ, फिर भी “रोकथाम” के नाम पर यह निर्णय लिया गया।

अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया

यह मामला अब अंतरराष्ट्रीय मीडिया की सुर्खियों में है। यूरोपीय मुस्लिम काउंसिल ने इसे “धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन” बताया है, जबकि कुछ स्पेनिश अखबारों ने इसे “राजनीतिक चाल” कहा है।

निष्कर्ष

जुमिला का यह फैसला आने वाले समय में स्पेन के बाकी हिस्सों में भी मिसाल बन सकता है। सवाल यह है कि क्या यह सच में सुरक्षा का मामला है या फिर राजनीतिक लाभ के लिए धार्मिक स्वतंत्रता से समझौता किया जा रहा है।


लेखक: कारमेन टोरेस
स्पेन संवाददाता, दिल्ली मैगज़ीन

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